बुंदेलखंड संस्कृति

बुँदेलखण्ड क्षेत्र में पाये जाने वाले जीव-जंतु

हिंसक जानवर

बुंदेलखण्ड में कई जाति के हिंसक जानवर पाये जाते हैं। कुछ का नाम एवं संश्रिप्त विवरण इस प्रकार है :-

शेर

यहाँ केवल नाहर या छोटा शेर पाया जाता है। यह घने जंगलों में पहाड़ों, नालों और वृक्षों के सहारे सुनसान जगहों पर रहता है, लेकिन यह बहुतायत में नहीं पाया जाता है। वर्तमान में इसका अस्तित्व कुछ विशेष स्थानों पर ही है।

तेंदुआ

यह हर गाँव के जंगल या सुनसान इलाकों में पाया जाता है। भूख मिटाने के 
लिए रात में भी गाँव की आबादी में चक्कर लगाता है। इसे खाने के लिए बकरी और गाय चाहिए। इस जानवर को स्थानीय भाषा में करांयच और लकड़बग्घा भी कहा जाता है।

चीता

चीता इस इलाके में अजैगढ़ और चंदेरी के आस- पास पाया जाता है। यह अपने खाने के लिए हिरन, बकरी आदि का शिकार करता है। अजयगढ़ एवं पन्ना में शिकारी चीते पाले हुए हैं।

भालू

यह प्रायः पहाड़ों और नदियों- नालों के सहारे पत्थरों की खोहों में रहता है। यह जानवर जड़े और बेर आदि खाता है। अपने खाने के लिए जीवों को नहीं मारता है। स्थानीय लोग इसे रीछ कहते हैं।

इसके अतिरिक्त और भी बहुत से छोटे- बड़े हिंसक जानवर पाये जाते हैं। भेड़िया या बिगना, गीदई या लड़ैया, जंगली कुत्ता, श्रीगोश, सेही, चाखा या अघलेंड़ा भी यहाँ के जंगलों में वर्तमान हैं।

अन्य जानवर

हिरन की जाति के निम्नलिखित जीव यहाँ पाये जाते हैं :-

-- हिरन या मृग, रीझ, नीलगाय, चिनकारा या छिकरा, सांभर, चीतल या चीतरा, चौसींगा, भिड़िया आदि
-- इनके अतिरिक्त लोमड़ी, खरगोश, बंदर, लंगूर, चमगादड़, न्यौला अधिक संख्या में पाये जाते हैं।
-- सांप, बीछी, गोह, गोहरा, छिपकली, गिरगट या गिरछौना, छछूंदर आदि का भी बाहुल्य है।

जलीय- जीव

यहाँ की नदियों झीलों और तालाबों में प्रायः निम्नलिखित जाति की मछलियाँ पाई जाती है :-

महशेर, गुलाबी मछली, बछुआ, नैनी या भिरगल, बैकरी, रोहू, गोंच, कलवांस या करोंची, टेंगरा या कनटुवा सोंर, ग्वाली, चपटा, बाली, पड़हन, अनबारी, चिलबा, बाम, झिंगरा, सिलंद, सिरी, मुई, स्वांग, दिगर, बवास, बस, करटा, बजुरी और करोसा। मछलियों के अलावा यहाँ की नदियों और तालाबों में घडियाल, मगर, कछुआ, सुस, उदविलाव, केकड़ा, जैसे जल- जीव भी पाये जाते हैं।

पक्षी

यहाँ अनेक प्रकार के पक्षी मैदानों, जंगलों और तालाबों में पाए जाते हैं, जो इस प्रकार है :-

मोर, तोता, कौवा, फाख्ता, गौरैया, सारस, हाड़ल, पिड़ी, तीतर, बहेर, लवा, मुरेला या सखा, मंगूरा, चाहा, गलगलिया, लालमुनैया, छपका, भर- तीतर, राज- हंस, पनडुब्बी।

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