छत्तीसगढ़ |
Chhattisgarh |
|
रुपान्तर |
रुपान्तर में सांस्कृतिक पक्ष लेकर म काम करथऊ सांस्कृतिक पक्ष लेकर महिलामन के साथ मे, पारम्परिक गीत नाटक लेके कुछ नाटक करनऊ महाभारत के कहानी लेके एक पन्डवानी तैयार करी हूं। इ है खाध सुरक्षा - कइसे खेती में खाद देकर बना सकथन - फिर मितानिन का जरुरत का है। कोन हमारी मितानिन होगी - पण्डवानी तैयार करी - मोर नाम मालती यादव है। रुपान्तर म दस साल काम कर हूँ। महिला शिक्षा के ऊपर मैं काम करथअ। मेरा नाम अम्बिका है। मैं कवि दसा वर्षा से रुपान्तर में महिलाओं और बच्चों के साथ काम करती हूँ। चन्द्रिकाजी के साथ रहकर सांस्कृतिक चीज़े सीखने की कोशिश कर रही हूँ, महिलाओं की स्थिति जिस प्रकार है, आगे बढ़ने के लिये इलिनाजी के मार्ग दर्शक पर काम करती जा रही हूँ। (1 ) गौरी गौरा गीत एक पतरी रैनी ....... (2 ) सुआ गीत मोर नाम चन्द्रिका कोसर है। मोर जन्म स्थान धमतरी हे। मो धमतरी म घर में बैठके, आपसपास काम करती, बचपन से माता बहुत शक रहिथे - तो हमन का घर म अपनी बीड़ी का काम करथऊ - हमनका बुआ पिकचार का कोई गीत या छत्तीसगढ़ी पुराना गीत गावत है |
| विषय सूची | |
Content Prepared by Ms. Indira Mukherjee
Copyright IGNCA© 2004
सभी स्वत्व सुरक्षित । इस प्रकाशन का कोई भी अंश प्रकाशक की लिखित अनुमति के बिना पुनर्मुद्रित करना वर्जनीय है ।