|
पंचाल की जलवायु |
पंचाल की जलवायु सुखद एवं स्वास्थ्यकर है। ग्रंथों में इस ॠग्वेदकालीन भू- भाग की जलवायु को समशीतोष्ण कहा गया है। परंतु समय के साथ स्थल के स्वरुप व सीमाओं में परिवर्तन हो जाने से इस क्षेत्र के जलवायु में भी परिवर्तन आया है। जाड़ों और गर्मियों के तापमान में बहुत अंतर रहता है, जो एक तरह से विषम जलवायु का एक रुप माना जा सकता है। वर्षा ६०'' से ८०'' तक हो जाती है, जिससे यह क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा में बहुत समृद्ध है। गर्मी के दिनों में कभी- कभी तेज हवाएँ चलने लगती है। फसलों का उत्पादन मौसम के अनुसार होता है।
|
|
Copyright IGNCA© 2004