मगध

जपि

पूनम मिश्र


१.

मारङ् बुरु दिअ सेङ्गेल्
जिलिब्केन् निलिब्केन्
हुड़िङ् बुरु मदि मरसल्
जोलोबकेन् जोलोबकेन्

ओकोस्गे दिअतद
जिलिब्केन जिलिब्केन
चिमस्गे मरसल् तद
जोलोब्केन जोलोब्केन

बुरुबिङ् दिअतर
जिलिब्केन् जिलिब्केन
सङ्सुड़ि मरसल तद
जोलोब्केन् जोलोब्केन

बड़े पहाड़ पर दीये की रोशनी
झिलमिल-झिलमिल कर ही है।
छोटे पहाड़ पर ज्योति
टिमटिमा रही है।

किसने दीया जलाया है,
(रोशनी) झिलमिल-झिलमिल कर रही है।
किसने रोशनी की है,
जो टिमटिमा रही है।

पहाड़ी साँप ने दीया जलाया है,
(जिसकी रोशनी) झिलमिल कर रही है,
समसुडी साँप ने रोशनी की है,
जो टिमटिमा रही है।

२.

जो डुडुरि जोलेन
बा पिन्दर बालेन
मायोद्गे जोलेन
बरिअगे बालेन

सेन्दरेको हुल: केद
करेङ्गको चङ्ड़केद
सुबरेको हुल: केद
चुटिरेको चङ्गड़केद

फलने वाला डुडुरी फला था।
फूलने वाला पिन्दर फूला था।
एक ही फल लगा था।
दो ही फूल लगे थे।

शिकारियो ने तोड़ लिया।
शिकारियो ने छिनगा लिया।
जड़ से ही तोड़ लिया।
धड़ से ही छिनगा लिया।

सेन्देरदोके केड़केद गोसञ्
कञ् सेनो: अ सेन्देर गोसञ्
करेङ्ग दोको केड़केद गोसञ्
कञ् बिरिद करेङ्ग गोसञ्

उतुइ रेदो उतुइञ् कुड़ि
रोओड़ मिण्डि जिलु उतुइमेकुडि
रसीरेदो रसीमे कुड़ि
कटइ अड़ लसीमे कुड़ि

हे गोसाईं, शिकार करने के लिए सबको कहा गया,
(लेकिन) हे गोसाईं मैं शिकार को नहीं जाऊँगा।
हे गोसाईं, शिकार करने के लिए लोगों से विनती की गई,
(लेकिन) हे गोसाईं मैं शिकार को नहीं चलूँगा।

तुमको माँस पकाना ही हो,
तो भेड़ का सूखा हुआ माँस ही पका दो।
तुमको झोल बनाना ही हो,
तो कटइ साग का झोल बना दो।

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