राजस्थान

मेवाड़ में प्रचलित प्रमुख लोक-संस्कार

अमितेश कुमार


शुरु से ही मेवाड़ सामाजिक-धार्मिक रुढियों में जकड़ा रहा। इन रुढियों ने कई सामाजिक-धार्मिक संस्कारों को जन्म दिया तथा उन्हें समाज में एक स्थान दिया। १६ संस्कारों में कुछ प्रचलित संस्कार थे: -

- विवाह
- मृतक संस्कार
- पुंसवन
- सीमान्तोन्नयन
- जातकर्म
- नामकरण
- अन्नप्राशन
- चूड़ाकर्म

उपरोक्त संस्कारों में विवाह तथा मृतक संस्कार सामाजिक जीवन के अभिन्न अंग थे। अन्य संस्कारों का समाज पर उतना प्रभाव नहीं था। परन्तु १९ वीं सदी के उपरान्त धीरे-धीरे संस्कारों का वैदिक स्वरुप लोक संस्कारों में परिवर्कित्तत होने लगा था तथा लम्बे समय तक व्यवहार में आते-आते धार्मिक प्रथाओं का रुप ग्रहण कर चुके थे।

 

विषय सूची    


Top

Copyright IGNCA© 2003