देवनारायण
फड़ परम्परा
Devnarayan Phad
Tradition
पाँचों
भाईयों की फौज और रावजी से बदला
पाँचों
भाई देवनारायण की कचहरी में |
पांचो
भाई जब एकत्रित हो जाते हैं तो गोठां में भगवान देवनारायण
का आसन पाट लगता है, जहां बासक नाग आकर सेवा में खड़े
होते हैं। आस-पास बिच्छु होते। अजगर बेसवा में होता
है। काला गोरा भैरु अपने वाहनों के साथ सेवा में खड़े
होते हैं। अब भगवान देवनारायण छोछू भाट से पूछते
हैं कि अपना सभी लूटा हुआ सामान तो इकट्ठा कर लिया
और दूसरे सभी बैर भी ले लिए। अब राण के राजा रावजी
से बैर लेना शेष रहा है जो कैसे लिया जाए ?
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