कलानिधि
अन्य प्रभागों के संग्रह (मानव-शास्त्रीय संग्रह)
हरि कथा संग्रह
इस संग्रह में हरि कथा के बारे में हिन्दी, संस्कृत, तमिल और तेलुगू भाषाओं में धर्म और दर्शन संबंधी ग्रंथ और कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग शामिल हैं।
सदगोपन संग्रह
कामकोटि पीठ के जगत्गुरु शंकराचार्य के प्रवचनों और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़ी कुछ मूक फिल्में और ऑडियो टेप इस संग्रह में शामिल हैं। इसमें कुछ फोटोग्राफ, स्लाइड, नेगेटिव, अलबम और टीकाएं भी हैं।
वरली चित्रकला
वरली चित्रकला महाराष्ट्र की विख्यात लोक-चित्रकला है जो कपड़े और काग़ज-दोनों पर उकेरी जाती है। इस संग्रह में इसी चित्रकला के कुछ चित्र शामिल हैं।
शैल चित्रकला की अनुमापी प्रतिकृतियां
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में भीमबेटका, उत्तराखंड, झीरी और केरल की शैल चित्रकला की अनुमापी प्रतिकृतियां इस विधा के विद्वान डॉ. यशोधर मठपाल से प्राप्त की गई हैं। श्री मठपाल ने इस विषय पर विस्तृत शोध-कार्य किया है। ये चित्र श्री मठपाल ने अति विषम एवं चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में शैल चित्र गुफाओं के भीतर ही तैयार किए थे।
बस्तर कलाकृतियां
बस्तर कला के इस लघु संग्रह में, ऐसी लघु-मूर्तियां और कला-कृतियां शामिल हैं जो विशेष तौर पर इसी क्षेत्र में बनाई जाती हैं। ये कृतियां स्थानीय कलाकारों ने तैयार की हैं।
पुतलियां
इस संग्रह में 17 देशों से संग्रहीत पुतलियों के साथ-साथ चीन, तिब्बत और भारत जैसे कुछ देशों के पुत्तल-नाचों के बारे में सूचनाएं भी शामिल हैं।
मेरी टैरीजा दत्ता संग्रह
प्रसिद्ध कुमाऊंनी बैले नृत्यगान ‘राजुला मालुशाही’ के ऑडियो रिकॉर्डिंग की श्रंखला इस संग्रह में शामिल है। इस नृत्यगान का गायन और प्रदर्शन आज भी उत्तरांचल क्षेत्र में किया जाता है।
वाद्ययंत्र संग्रह
इस संग्रह में कुछ वाद्ययंत्र, मुख्य रूप से संथाल परंपरा के वाद्ययंत्र शामिल हैं। इस संग्रह में ‘बाणम’ वाद्ययंत्र भी शामिल है जिसका प्रचलन अब लगभग बन्द हो गया है।
एस.जी. तिवारी संग्रह
इसमें श्री जवाहर लाल नेहरू तथा अन्य नेताओं के श्वेत-श्याम नेगेटिव शामिल हैं। यह संग्रह श्री एस.जी. तिवारी ने भेंट किया है।
सरस्वती महल स्लाइड संग्रह
सरस्वती महल पुस्तकालय में प्राप्त महाभारत के चित्रों की स्लाइडों का यह संग्रह इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के श्री वी.ए.के. राजमणि ने अपनी टीकाओं के साथ तैयार किया है।
बालन नांबियार संग्रह
इस संग्रह में केरल में अनुष्ठानों के अवसर पर किए जाने वाले नृत्यों की रंगीन स्लाइडें शामिल हैं। इसमें धार्मिक अनुष्ठानों पर किए जाने वाले नृत्य प्रदर्शन में धारण की जाने वाली पोशाकें, चरित्र-चित्रणों और धार्मिक समारोहों के बारे में श्री बालन नांबियार की टीकाएं भी शामिल हैं।
बिनय के. बहल संग्रह
बृहदीश्वर मंदिर, उसके वास्तुशिल्प का विशद् फोटोग्राफिक वर्णन और दैनिक अनुष्ठानों का श्री बहल द्वारा किया गया प्रलेखन इस संग्रह में शामिल है।
शम्भूनाथ मित्र संग्रह
इस संग्रह में श्री शम्भूनाथ मित्र द्वारा 1940 से आगे भारत के पूर्वोत्तर सीमांत प्रांत के लोगों की जीवन-चर्या, स्थानों और निवासियों के बारे में फोटोग्राफों के माध्यम से किया गया प्रलेखन शामिल है। श्री मित्र पेशे से सिविल इंजीनियर थे और उन्होंने इस क्षेत्र के निवासियों की जीवन-शैली और वेश-भूषा का वर्णन तो किया ही है, साथ ही इस दुर्गम भूभाग के, इसके ऊंचे-नीचे पर्वतों के और सर्पीली जलधाराओं तथा नदियों के चित्र भी खींचे हैं।
डॉ. कपिला वात्स्यायन संग्रह
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र की संस्थापक न्यासी, राज्यसभा की पूर्व सदस्या और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र की वर्तमान न्यासी डॉ. कपिला वात्स्यायन ने अपना कला-संग्रह इस सांस्कृतिक अभिलेखागार को भेंट कर दिया है। इस संग्रह में विविध प्रकार की सांस्कृतिक सामग्री जैसे कि उनके जीवन-भर के शोध-कार्य के और एक कलाविद्, विद्वान और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र सहित अनेक संस्थाओं की मुखिया के रूप में उनकी जीवन-यात्रा के दौरान लिए गए चित्र और ऑडियो रिकॉर्डिंग्स शामिल हैं।