Manuscriptology and Palaeography (MP)*
Aims to equip the candidates to interpret and understand the manuscripts and inscriptions. The course focuses on reading and writing of various scripts. It will also aim to train in editing of manuscripts.
COURSE OUTLINES
प्रथम सत्र
इकाई-1(60 घण्टे) क्रेडिट-4
- पुरालेख विज्ञान
- भारतीय (ब्राह्मी, खरोष्ठी, कुटिल आदि) पुरालिपियों का उद्गम, विकास और ऐतिहासिक महत्त्व।
- उपर्युक्त प्राचीन शिलालेखों का अध्ययन एवं ऐतिहासिक महत्त्व।
इकाई-2 (60 घण्टे) क्रेडिट-4
- पाण्डुलिपि विज्ञान
- पाण्डुलिपियों का परिचय
- पाण्डुलिपियों के प्रकार
- पाण्डुलिपियों की अध्ययन विधियाँ
- पाण्डुलिपियों की विशेषताएँ ।
- पाण्डुलिपियों का अन्वेषण
- पाण्डुलिपियों का चयन
- पाण्डुलिपियों का पाठसंवाद (पाठभेद)
- पाण्डुलिपियों का वंशवृक्ष निर्माण
- पाण्डुलिपियों का सम्पादन की पूर्व प्रक्रिया
इकाई-3 (60 घण्टे) क्रेडिट-4
- पाण्डुलिपि ग्रन्थालय विज्ञान
- पाण्डुलिपि ग्रन्थालयों की मातृकाओं का रक्षण
- पाण्डुलिपि ग्रन्थालयों की मातृकाओं का सर्वेक्षण
- पाण्डुलिपि ग्रन्थालयों की मातृकाओं का अन्वेषण
- पाण्डुलिपि ग्रन्थालयों की मातृकाओं की व्यवस्थाओं का परिचय, विकास और महत्त्व ।
- पाण्डुलिपियों के सूचीकरण के प्रकार
- पाण्डुलिपियों के सूचीकरण के प्रयोग
- पाण्डुलिपियों के सूचीकरण के निर्माण की प्रविधि ।
इकाई-4 (120 घण्टे) क्रेडिट-8
- लिपियों का प्रशिक्षण
- ग्रन्थ, शारदा, नेवारी, नन्दिनागरी, मैथिली आदि लिपियों का प्रशिक्षण एवं लिप्यन्तरण कार्य ।
द्वितीय सत्र (SEMESTER-II)
इकाई-5 (60 घण्टे) क्रेडिट-4
- पाण्डुलिपि संपादन विज्ञान
- पाण्डुलिपियों के पाठभेदों की समीक्षण प्रक्रिया
- पाण्डुलिपियों के पाठभेदों की ग्राह्यता
- पाण्डुलिपियों के पाठभेदों का छन्दःशास्त्र की दृष्टि से संपादन एवं समीक्षण
- पाण्डुलिपियों के पाठभेदों का प्रकरण की दृष्टि से संपादन एवं समीक्षण
- पाण्डुलिपियों के पाठभेदों का विषय सम्बन्ध की दृष्टि से संपादन एवं समीक्षण
- चित्रित मातृका अध्ययन एवं समीक्षण विधि
इकाई-6 (60 घण्टे) क्रेडिट-4
- पुस्तकालय संरक्षण विज्ञान
- पाण्डुलिपियों का संरक्षण (Conservation) के प्रकार
- पाण्डुलिपियों का संरक्षण (Conservation) की प्रयोग विधि
- पाण्डुलिपियों का संरक्षण (Conservation) के व्यवस्था केन्द्र
- पाण्डुलिपियों का संवर्धन (Preservation) के प्रकार, प्रयोग विधि एवं व्यवस्था केन्द्र
- पाण्डुलिपि सूक्ष्मचित्रण (Digitization) के प्रकार और प्रयोग विधि एवं व्यवस्था केन्द्र
वैकल्पिक
भाषाविज्ञान
- भाषा की विशेषताएँ, उद्देश्य तथा प्राचीनता
- भाषा परिवर्तन के कारण
- वर्ण परिवर्तन का हेतु
- भाषा उत्पत्ति के सिद्धान्त
- भाषा का वर्गीकरण
- ध्वन्यात्मक नियम (ग्रिम का नियम, ग्रास मैन का नियम, वर्नर का नियम)
- इंडो-आर्यन भाषा परिवार
- संस्कृत भाषा के विकास में अन्य भाषा परिवार का योगदान
इकाई-7 (120 घण्टे) क्रेडिट-8
- लिपियों का प्रशिक्षण
- मोड़ी, टाकरी, तिगलारी, तिब्बती, नस्तालिक लिपियों का शिक्षण एवं लिप्यन्तरण कार्य।
- मलयालम, कन्नड, तेलुगु, उड़िया, बंगला, मिताई एवं अन्य भारतीय लिपियों का सामान्य परिचयात्मक प्रशिक्षण।
इकाई-8 (60घण्टे) क्रेडिट-4
- प्रायोगिक शोध कार्य
- 25 -30 पत्रों की किसी पाण्डुलिपि का संपादन
- विवरण पंजिका की 50 प्रविष्टियों का संपादन।
- पाण्डुलिपि संपादन का संगणकीय प्रयोग।
- वाक् परीक्षा
पाठ्यक्रम | क्रेडिट | पाठ्यक्रम का क्रेडिट वितरण | पात्रता मापदण्ड | पाठ्यक्रम के पूर्व अपेक्षित | ||
व्याख्यान | ट्यूटोरियल व्याख्यान | प्रायोगिक | ||||
पाण्डुलिपि एवं पुरालेख विज्ञान | 40 | 30 | 6 | 4 | स्नातक | स्नातक(संस्कृत) |
Eligibility Criteria: – Masters in any subject with pre-requisite knowledge of Sanskrit