साहित्य

डॉ. आर.सी. रांग्रा संग्रह
डॉ. आर.सी. रांग्रा ने अलग-अलग भाषाओं के 90 से अधिक भारतीय रचनाकारों के साक्षात्कार लिए हैं। इन साक्षात्कारों में रचनाकारों के जीवन से जुड़े रंग-बिरंगे चित्र ही उभरकर सामने नहीं आए हैं बल्कि उनकी साहित्यिक कृतियों के बारे में गंभीर विमर्श भी इनमें दिखाई देता है। साक्षात्कारों के ऑडियो-टेप के साथ-साथ उनका लिप्यांतरण भी उपलब्ध कराया गया है जिसमें स्व्यं रचनाकारों द्वारा की गई टीकाएं भी शामिल हैं। इस अनूठे संग्रह में हिन्दी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के प्रतिष्ठित रचनाकारों जैसे- अमृत राय, विष्णुद प्रभाकर, अमृता प्रीतम और अन्नतपूर्णा देवी के साक्षात्कारों के रिकॉर्ड शामिल हैं।

 

‘टैगोर की वाणी’ संग्रह
इस संग्रह में गुरुदेव रवीन्द्रत नाथ टैगोर की ऑडियो-रिकॉर्डिंग्स हैं जिनमें उन्हें अपनी कविताएं/गीत स्वयं पढ़ते हुए सुना जा सकता है।

 

अखिलेश मित्तउल संग्रह
यह संग्रह सुप्रसिद्ध उर्दू शायर ज़नाब फिराक़ गोरखपुरी की रिकॉर्डिंग्स का है जिसे श्री अखिलेश मित्तगल ने उपहार में इस केन्द्र को दिया है। शायर के व्याक्तित्व, कृतित्वि और अनुभव संसार के बारे में उनके साथ की गई बौद्धिक वार्ता इनमें दर्ज है।