गैर-मुद्रित सामग्री जो कलानिधि में उपलब्ध् है

संदर्भ पुस्तकालय में गैर-मुद्रित सामग्री का भी विशाल संग्रह है जिसमें स्लाइडें, माइक्रोफिल्में और माइक्रोफिश शामिल हैं। इस संग्रह का अनुरक्षण एवं विकास इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र की स्लाइड यूनिट और प्रतिलिप्यांकन यूनिट द्वारा किया जाता है।

 

प्रतिलिप्यांकन यूनिट – इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में पांडुलिपियों को माइक्रोफिल्मों पर उतारने की जो परियोजना चलाई जा रही है वह अपने आप में ऐतिहासिक परियोजना है। इस परियोजना का सृजन भारतीय और विदेशी- दोनों ही प्रकार के संग्रहों में इधर-उधर बिखरी हुई या हिस्सों में बँटी हुई बहुमूल्य अप्रकाशित भारतीय पांडुलिपियों को एकत्र करने और उनका संरक्षण करने के लिए किया गया था। इस समय प्रतिलिप्यांकन यूनिट के पास 21500 से अधिक माइक्रोफिल्मों में 2.5 लाख से अधिक पांडुलिपियों का समृद्ध संग्रह है। यह पूरा संग्रह डिजिटल रूप में भी सहेजकर रख दिया गया है।

 

माइक्रोफिल्म / माइक्रोफिश में पांडुलिपियों का संकलन

 

दृश्य पुस्तकालय – स्लाइड यूनिट वर्ष 1989 से अस्तित्व में है और इन गुज़रे सालों में इस यूनिट ने भारत में स्थित 17 केन्द्रों तथा विदेशों में स्थित 16 केन्द्रों से, सावधानीपूर्वक चयनित एक लाख से अधिक स्लाइडें प्राप्त की हैं और तैयार की हैं। इस संग्रह में हर वर्ष लगभग 3000 नई स्लाइडें शामिल की जाती हैं। स्लाइडों के अलावा हिमाचल प्रदेश (धरती और निवासी), श्री लंका के स्मारकों और जम्मू एवं कश्मीर के संग्रहालयों के बारे में 2270 से अधिक फोटो-नेगेटिव भी इस यूनिट में सुरक्षित हैं।