यूनेस्‍को से मान्‍यता

मीडिया सेंटर में कार्यरत दल ने भारत में वेदों की श्रुत परंपरा और रामलीला परंपरा के बारे में श्रृव्‍य-दृश्‍य प्रलेखन करने में मुख्‍य भूमिका निभाई है। इसमें से रामनगर की एक माह लंबी रामलीला को विश्‍व की अमूर्त विरासत के रूप में यूनेस्‍को से मान्‍यता प्राप्‍त हुई है। रम्‍माण जो कि उत्‍तराखंड की लोक-प्रथा है, को भी यूनेस्‍को की विश्‍व विरासत के अंतर्गत अमूर्त विरासत का दर्जा मिला है। ये सभी प्रलेखन इंदिरा गॉंधी राष्‍ट्रीय कला केन्‍द्र के छोटे से लेकिन कार्य-निष्‍ठ पेशेवर-दल ने तैयार किए।