Adi Drishya Department
साक्षात्कार
इंदिरा गॉंधी राष्ट्रीय कला केन्द्र ने अपने ‘आदि-दृश्य’ कार्यक्रम के अंतर्गत शैल कला स्थलों/डेटा का संरक्षण करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर स्थली प्रलेखन का काम शुरू किया है क्योंकि ये स्थल अन्यथा मानवीय बर्बरता और मानव के नियंत्रण से परे प्राकृतिक कारकों से नष्ट हो रहे हैं। वर्तमान पीढ़ी के लिए और भावी पीढ़ियों के लिए शैल कला के महत्व को समझते हुए भारत के अलग-अलग राज्यों में जहां शैल कलाओं का जमघट है, चरण-बद्ध रूप में स्थली प्रलेखन की योजना बनाई गई है।
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डॉ. बी.एल. मल्ला के साथ प्रोफेसर आर.जी. बिदनरीक की बात-चीत
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डॉ. बी.एल. मल्ला के साथ प्रोफेसर इमेनुअल अनति की बात-चीत