गुवाहाटी क्षेत्रीय केन्द्र

 

इस केंद्र का लक्ष्य पूर्वोत्‍तर में अपने कार्यकलापों के जरिए पूर्वोत्‍तर भारत की सांस्‍कृतिक विविधता, अनोखी परंपराओं, जीवन शैलियों तथा पारिस्थितिकी के संदर्भ में इस क्षेत्र को समझने के लिए जनसाधारण सहित मानव विकास हेतु नीति निर्माताओं, योजनाकारों का ध्‍यान आकृष्‍ट करने का  है। पूर्वोत्‍तर कार्यक्रम के अंतर्गत सम्‍मेलन, प्रकाशन, शोध और क्षेत्र अध्‍ययन, महोत्‍सव, प्रदर्शनियां, श्रव्य -दृश्‍य प्रलेख कलाकारों की कार्यशालाएं, शिल्‍प प्रदर्शन तथा क्षमता निर्माण कुछ कार्यकलाप हैं।

इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय कला केंद्र ने पूर्वोत्‍तर भारत के संबंध में विपुल सांस्‍कृतिक अभिलेखागार विकसित किया है।

हाल के समय में किए गए कुछ प्रमुख कार्यकलाप:

  • पूवोत्‍तरी-पूर्वोत्‍तर भारी की आत्‍मा: दिल्‍ली में सम्‍मेलन, प्रदर्शनियां तथा सांस्‍कृतिक प्रस्‍तुतियां।
  • पूर्वोत्‍तर और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच अंतर-सांस्‍कृतिक संवाद का आयोजन: पूरे पूर्वोत्‍तर तथा दिल्‍ली में अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन, प्रदर्शनी तथा सांस्‍कृतिक महोत्‍सव।
  • अप्रैल 2011 में पूर्वोत्‍तर की स्‍वदेशी रंगमंच महोत्‍सव।
  • पूर्वोत्‍तर भारत के सामाजिक-सांस्‍कृतिक एवं आर्थिक विकास में बांस के महत्‍व पर राष्‍ट्रीय परिसंवाद-सह-कार्यशाला-मार्च 2016 में नार्थ ईस्‍टर्न हिल यूनिवर्सिटी, मेघालय में सांस्‍कृतिक और रचनात्‍मक अध्‍ययन विभाग, नार्थ ईस्‍टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलांग और रीति एकेडमी ऑफ विजुअल आर्ट्स, शिलांग के सहयोग से बांस की संस्‍कृति का आयोजन।
  • 28 मार्च 2015 से 24 अप्रैल 2015-प्रदर्शनी एवं शिल्‍प प्रस्‍तुति-पूर्वोत्‍तर भारत की पासी की रोजर्मारा की कला
    • प्रदर्शनी के संबंध में संक्षिप्‍त समीक्षा (पीडीएफ) और डा. रिचा नेगी, कार्यक्रम समन्‍वयक, आईजीएनसीए द्वारा सार्वजनिक व्‍याख्‍यान विषय: पूर्वोत्‍तर की मेरी अनुभूति: प्रतिबिंब और भावी प्रत्‍याशाएं
    • फोटोग्राफ
    • पूर्वोत्‍तर भारत की पासी की रोजमर्रा की कला
    • पूर्वोत्‍तर भारत का स्‍वदेशी रंगमंच महोत्‍सव
    • पूर्वोत्‍तर का अंतर्राष्‍ट्रीय परिसंवाद तथा महोत्‍सव (कार्यशाला और प्रस्‍तुतियां)

चल रहे प्रमुख अनुसंधान परियोजना: राष्‍ट्रीय डिजाइन संस्‍थान, अहमदाबाद के सहयोग से भारत के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों की वस्‍त्र परंपराओं का प्रलेखन। यह तंतुओं, कपड़ों, करघों, उपकरणों बुनाई प्रविधियों तथा रंग करने की विधियों और साथ ही स्‍वदेशी समुदायों की कथाओं, पौराणिक गाथाओं , प्रव्रजन कहानियों तथा अपूर्व सामाजिक-सांस्‍कृतिक परिपाटियों का सम्मिश्रित डिजाइन अध्‍ययन है। परियोजनाएं / पत्र / प्रदर्शनी विवरण

  • Spirit of the North East उत्तर पूर्व की भावना
  • Gita Govinda –   गीता गोविंदा – राधा और कृष्ण पर 12वीं सदी की संस्कृत कविताः चित्रकारी, संगीत और नृत्य में अपनाया। मणिपुर और अन्य राज्यों से ली गई सामग्री।
  • Sungkong Call of the Log Drum –  संगकॉन्ग कॉल ऑफ द लॉग ड्रम – नगा कला वस्तुओं की मिलदा गांगुली संग्रह की एक प्रदर्शनी।
  • The Angami Fire and Water (Vibha Joshi) द अंगामी फायर एंड वाटर (अंगामी आग और पानी) (विभा जोशी)

प्रेस समीक्षा

4th Nov. 2007 IGNCA Supporting Social Organizations in North East, Punjab Kesari उत्तर-पूर्व में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र सहायक सामाजिक संगठन, पंजाब केसरी
11th – 14th Sep. 2007 Rare Manuscripts to be made available Digitally – Allahabad Museum Initiative दुर्लभ पांडुलिपियां डिजिटली उपलब्ध कराई गई- इलाहाबाद संग्रहालय के
19-06-2007 The Asian Age, New Delhi – Revival for Indira Arts Centre द एशियन एज, नई दिल्ली – इंदिरा कला केंद्र के लिए पुनरुत्थान
June 2007 News from North East in Regional Language उत्तर पूर्व से क्षेत्रीय भाषा में समाचार
07-06-2007 The Assam Tribune, Guwahati – Development threatening cultureद असम ट्रिब्यून, गुवाहाटी – डवलपमेंट थ्रेट्निंग कल्चर
06-06-2007 Guwahati – National Seminarगुवाहाटी – राष्ट्रीय संगोष्ठी
06-06-2007 The Assam Tribune, Guwahati – IGNCA prog at Kalakshetraद असम ट्रिब्यून, गुवाहाटी – कलाक्षेत्र पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का कार्यक्रम
29-05-2007 The Assam Tribune, Guwahati – Lessons from the past to enrich the present द असम ट्रिब्यून, गुवाहाटी – वर्तमान को समृद्ध करने के लिए अतीत से शिक्षा
28-05-2007 The Dainik Janambhumi, Guwahati in Regional Language क्षेत्रीय भाषा में द दैनिक जन्मभूमि, गुवाहाटी

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