Kalādarśana
सुनीति कुमार चटर्जी स्मारकीय व्याख्यान
सुनीति कुमार चटर्जी (1890 – 1977) एक प्रख्यात बहुभाषाविद् थीं। व्याख्यान इस प्रसिद्ध भाषाविद और कला की जानकार के सम्मान में शुरू किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भाषावैज्ञानिक एवं उच्चकोटि के विद्वान प्रो. सुनीति कुमार चटर्जी (1809-1977) ने लंदन यूनिवर्सिटी, यूके तथा फ्रांस के सॉर्बोन यूनिवर्सिटी में भारोपीय भाषाविज्ञान, बंगाली भाषा के उद्भव और विकास, स्लाव एवं ऑस्ट्रो-एशियायी भाषाविज्ञान विषयों पर अध्ययन एवं शोध किया। वह कम से कम तीन दर्जन प्राचीन और आधुनिक, भारतीय और विदेशी भाषाओं को जानते थे। एक भाषाविद के रूप में, अपनी प्रतिष्ठा के अतिरिक्त वह बंगाली साहित्य, भारतीय आदिवासी संस्कृति, एशिया की कला और संस्कृति के विशेषज्ञ थे। अंग्रेजी, बंगाली और हिंदी में एक सफल लेखक के रूप में उनके प्रसिद्ध कार्यों में से कुछ इस प्रकार हैं: ऑरिजिन एंड डवलपमेंट ऑफ बंगाली लैग्वेंज (बंगाली भाषा का मूल और विकास) (अंग्रेजी में), बांग्ला भाषातत्वर भूमिका (बंगाली में), भारत संस्कृति कीर्त जनाकृती तथा आर्यभाषा और हिन्दी (हिन्दी में)। सुदूर पूर्वी देशों के लिए वह रवीन्द्रनाथ टैगोर के साथ जुड़े और बंगाली द्वीपमय भारत में अपने रमणीय कार्य में क्षेत्र की महान सांस्कृतिक विरासत के अपने अनुभवों को दर्ज किया।
प्रो. चटर्जी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया। वह 1964 में राष्ट्रीय प्रोफेसर बने। उन्हें 1956 में भारत सरकार द्वारा गठित संस्कृत आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अपनी इस क्षमता से उन्होनें एक रिपोर्ट तैयार की जिसमें साहित्य और इतिहास दोनों हैं। वे सन् 1961 के दौरान बंगिय साहित्य परिषद, कोलकाता के अध्यक्ष भी थे और सन् 1968-1972 साहित्य अकादमी के अध्यक्ष थे। प्रो. चटर्जी अपने विश्वकोश ज्ञान, एक बार देख कर याद रखने की क्षमता और मानव सभ्यता के बारे में उत्सुक जिज्ञासा के कारण अपने समय के प्रसिद्ध व्यक्ति थे।
इस प्रख्यात भाषाविद और कला-पारखी के सम्मान में स्मारकीय व्याख्यान (मेमोरियल लेक्चर) शुरू किया गया।
Date/Time | Event |
---|---|
27/08/2020 4:00 अपराह्न - 5:30 अपराह्न |
10th Prof Suniti Kumar Chatterjee Memorial Lecture Indira Gandhi National Centre for the Arts Kalanidhi Division cordially invites you to – 10th Prof. Suniti Kumar Chatterjee Memorial Lecture Instituted in honor of the great Indian philologist Topic: Fate and Fortune of Indian Languages: Language, Language Policy and Education After registering, you will receive a confirmation email containing information about joining the webinar. |
16/11/2015 3:00 अपराह्न |
Memorial Lecture – Suniti Kumar Chatterjee
by Prof. Probal Dasgupta. Chairperson Prof. Indra Nath Chaudhuri Venue: Lecture Room, Kalanidhi Building, 11, Mansingh Road, New Delhi , New Delhi |
10/03/2015 4:30 अपराह्न |
Public Lecture on Prof. Suniti Kumar Chatterjee’s work & his monumental collection in the IGNCA by Prof. Sugata Bose. Contact No. : 23388333 Venue: Auditorium, IGNCA, C V Mess, Janpath, New Delhi , New Delhi |
23/09/2013 All Day |
Modes of Address and Reference in Sanskrit Drama and Dramaturgy: A Sociolinguistic Perspective Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
01/01/2011 All Day |
Medieval Indian Legacy
Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
01/01/2008 All Day |
Suniti Kumar : In Search of Metaphor
Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
01/01/2002 All Day |
The Concept of Language : Culture and Loka in Indian Tradition and their Interrelationship
Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
01/01/1998 All Day |
Indo European Linguistics
Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
01/01/1996 All Day |
Origin and Development : A Critique of Origin and Development of Bengali Language
Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |
02/01/1994 - 01/03/1994 All Day |
Perception of Language and Linguistics
source: Vol. I No. 2 January – March 1994(IGNCA News Letter Vihangama ) Speaker: Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |