Kalādarśana
ठाकुर जयदेव सिंह स्मारकीय व्याख्यान
ठाकुर जयदेव सिंह (1893 – 1986) एक प्रख्यात संगीत के वैज्ञानिक और संस्कृतज्ञ थे जिन्होनें भारतीय संगीत पर कई उत्कृष्ट ग्रंथों को प्रकाशित किया। केंद्र ने उनकी स्मृति में इस व्याख्यान का गठन किया है।
ठाकुर जयदेव सिंह (1893-1986), एक प्रसिद्ध संगीतज्ञ और शास्त्रीय संगीत के पारखी, एक समर्पित शिक्षक, संस्कृत पंडित, भारतीय दर्शन के महान विद्वान और कश्मीर सैविस्म के प्रतिपादक थे और अंत में ‘स्वयं में एक संस्था (इंस्टीट्यट इन हिमसेल्फ)” थे। सन् 1945 में वह डीएवी कॉलेज, कानपुर, में दर्शनशास्त्र और अंग्रेजी के एक व्याख्याता बने और फिर युवराज दत्ता कॉलेज, लखीमपुर-खीरी के प्रधानाचार्या नियुक्त किये गये। ऑल इंडिया रेडियो (1956-1962) में मुख्य निर्माता के रूप में उन्होंने इस मीडिया के माध्यम से शास्त्रीय संगीत के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ठाकुर जयदेव सिंह ने कई पुस्तकें लिखी जिनमें से तीन खंडों में कबीर वनमय (संपादन और कमेंटरी) और प्रत्यभिज्ञानहृदय, बुद्धिस्ट कॉन्सैप्ट ऑफ निर्वाण, ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ इंडियन म्यूजिक, विज्ञानभैरव और शिव सूत्र का अंग्रेजी अनुवाद महत्वपूर्ण हैं।
सन् 1973 में उन्हें उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्हें उनकी उत्कृष्ट छात्रवृत्ति की मान्यता के रूप में सन् 1974 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और कानपुर विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें मानद डी. लिट की उपाधि से सम्मानित किया गया था। वे कई पुरस्कारों और सम्मानों के प्राप्तकर्ता थे जैसे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़, के “संगीत वचस्पति” संगीत विद्यापीठ, मुंबई, के “सारंगदेव फैलोशिप” आदि।
Date/Time | Event |
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19/09/2021 3:00 अपराह्न |
संगीत के शास्त्र-ग्रन्थों में श्रुति की अवधारणा - स्मृति व्याख्यान इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, क्षेत्रीय केन्द्र, वाराणसी, द्वारा स्मृति व्याख्यान माला के अन्तर्गत भारतीय दर्शन,संगीत-शास्त्र एवं काश्मीर शैव-दर्शन के विश्व-विश्रुत मनीषी, पद्मभूषण से अलङ्कृत, ठाकुर जयदेव सिंह की स्मृति में उनके जन्म दिवस के पुण्य अवसर पर आयोजित व्याख्यान में आप सादर आमन्त्रित हैं। विषय : संगीत के शास्त्र-ग्रन्थों में श्रुति की अवधारणा वक्ता : प्रोफेसर अनिल बिहारी ब्योहार, पूर्व संकाय प्रमुख, इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़, छ०ग० अध्यक्ष : प्रोफेसर कृष्णकान्त शर्मा, पूर्व संकाय प्रमुख, संस्कृतविद्याधर्मविज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी वेबिनार आईडी: 814 2831 7918 पासकोड: 711146 |
01/01/2012 All Day |
Contribution of Thakur Jaideva Singh in Indian Musical World
Venue: IGNCA, New Delhi , New Delhi |