मध्य प्रदेश के भील कलाकार
लाडो बाई – मध्य प्रदेश की भील कलाकार
लाडो बाई आदिवासी लोक कला अकादमी में एक कलाकार के रूप में कार्य करती हैं। उन्होंने उसी दौरान कैनवास पर चित्रकारी शुरू की जब पितौल की भूरी बाई ने की। वह लंबे समय के बाद वापस चित्रकारी के क्षेत्र में उतरी हैं क्योंकि वित्तीय तंगी ने उन्हें इस कला को अपनाए रखने से रोक दिया था। इन वर्षों के दौरान उन्हें प्रसिद्ध कलाकार जे. स्वामीनाथन से समर्थन तथा प्रोत्साहन मिला है। आदिवासी लोक कला अकादमी में एक कलाकार के रूप में उनका कार्य अब उन्हें उन सभी चित्रों को बनाने में सहूलियत प्रदान करता है जिन्हें बनाने की उन्हें वर्षों से तमन्ना रही थी। लाडो बाई की मुख्य विषय-वस्तुएं जंतु जगत तथा भील धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव हैं।