गोंड कलाकार
- आनंद सिंह श्याम
- भज्जू श्याम
- बीरबल सिंह उइकी
- छोटी टेकम
- धनइया बाई
- धावत सिंह उइकी
- दिलीप श्याम
- दुर्गा बाई
- गरीबा सिंह टेकम
- हरगोविंद सिंह उरवेटी
- हरिलाल ध्रूवे
- इंदुबाई मरावी
- जापानी
- ज्योति बाई उइकी
- कला बाई
- कमलेश कुमार उइकी
- लखनलाल भर्वे
- मन्ना सिंह व्याम
- मानसिंह व्याम
- मयंक कुमार श्याम
- मोहन सिंह श्याम
- ननकुसिया श्याम
- नर्मदा प्रसाद टेकम
- निक्की सिंह उरवेटी
- प्रदीप मरावी
संतोषी टेकम – मध्य प्रदेश की गोंड कलाकार
कागज पर एक्रिलिक – 11” X 14”, विषय: बाघ लड़ते हुए
संतोषी टेकम ने छह वर्ष की आयु में चित्र बनाना शुरू किया। हर रविवार की दोपहर वह अपने माता-पिता, नर्मदा टेकम तथा रामबाई के बीच बैठती थीं और पशुओं तथा वृक्षों के चित्र बनाती थीं जिनकी तुलना वह अपने माता-पिता के चित्रों से करती थीं। उनकी रचना की मुख्य विषय-वस्तु अपने सभी स्वरूपों में प्रकृति है। बाघों तथा मगरमच्छों की चित्रों में बहुलता है। कुछ धार्मिक आनुष्ठानों ने भी उन्हें प्रभावित किया जैसे कि मौनी उपवास जिसमें वह व्यक्ति जो व्रत करता हो,उसे कौवे की तरह अवश्य ही पूर्णतया मौन होना होगा और गाय के नीचे से सात बार गुजरना होगा। संतोषी ने गांव में संपन्न किए जा रहे धार्मिक अनुष्ठान को एक बार देखा वह आकर्षित हो गई। उसके बाद से यह उनकी चित्रकारी की एक अन्य पुनरावृत्त विषय-वस्तु बन गई है।
कागज पर एक्रिलिक – 11” X 14”, विषय: मौनी उपवास-एक धार्मिक कृत्य जिसमें व्रत रखनेवाला कौवे की तरह मौन धारण करता है तथा गाय के नीचे से सात बार रेंगकर जाता है।
कागज पर एक्रिलिक – 11” X 14”, विषय: मगरमच्छ
गोंड कलाकार
- प्रसाद कुसराम
- प्रेमी बाई
- प्यारेलाल व्याम
- राधा टेकम
- राज कुमार श्याम
- राजन सिंह उइकी
- राजन प्रसाद कुसराम
- रजनी व्याम
- राजेंद्र सिंह श्याम
- रामबाई टेकम
- राम नारायण भरावी
- राम सिंह उरवेटी
- रमेश टेकम
- रवि टेकम
- रोशनी व्याम
- संतोष कुमार व्याम
- संतोषी टेकम
- सरोज वेंकट श्याम
- शांति बाई
- सुभाष व्याम
- सुखनंदी व्याम
- सुरेश ध्रुवे
- वेंकट श्याम
- विनोद कुमार टेकम