गोंड कलाकार
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- भज्जू श्याम
- बीरबल सिंह उइकी
- छोटी टेकम
- धनइया बाई
- धावत सिंह उइकी
- दिलीप श्याम
- दुर्गा बाई
- गरीबा सिंह टेकम
- हरगोविंद सिंह उरवेटी
- हरिलाल ध्रूवे
- इंदुबाई मरावी
- जापानी
- ज्योति बाई उइकी
- कला बाई
- कमलेश कुमार उइकी
- लखनलाल भर्वे
- मन्ना सिंह व्याम
- मानसिंह व्याम
- मयंक कुमार श्याम
- मोहन सिंह श्याम
- ननकुसिया श्याम
- नर्मदा प्रसाद टेकम
- निक्की सिंह उरवेटी
- प्रदीप मरावी
सरोज वेंकट श्याम – मध्य प्रदेश की गोंड कलाकार
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वीडियो क्लिप – सरोज वेंकट | सरोज कहानी सुनाती हुई | बाईगा गांव के चित्रों के
सरोज को उनके पति वेंकट सिंह श्याम द्वारा गोंड चित्रकारी के क्षेत्र में लाया गया। बचपन में वह दीवार पर डिगना बनाती थीं जैसा कि बच्चों के बीच यह प्रचलित था। किंतु उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वह एक दिन चित्रकारी करेंगी।
उनकी रचना की मुख्य विषयवस्तु बाइगास की दुनिया है। बचपन में वह बाइगास को देखा करती थीं जो उनके ग्राम रसोई में पहाड़ी के ऊपर रहते थे। एक अन्य विषय-वस्तु गोंड कहानियां हैं जो उनकी दादी उन्हें सुनाया करती थी। पूर्णिमा की रातों को अर्धमानव का रूप धारण करने वाले और खुशी में नाच गाना करने वाले नाग-नागिन (कोबरा) की कहानी ने उन्हें अत्यधिक प्रभावित किया। काल्पनिक दुनिया उनके लिए हमेशा से ही ध्यान खींचने वाला विषय रहा है हालांकि सरोज के लिए कल्पनाएं उतनी ही सच हैं जितनी कि वृक्ष और नदियां। नर्मदा नदी सरोज की चित्रकारी की एक अन्य विषयवस्तु रही है वह महसूस करती हैं कि महिलाओं के दु:ख नर्मदा के दु:ख के समान है। वह धरती माता, पृथ्वी के बारे में भी ऐसा ही महसूस करती हैं।
गोंड कलाकार
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- राजन प्रसाद कुसराम
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- राम सिंह उरवेटी
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- रवि टेकम
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- संतोषी टेकम
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- वेंकट श्याम
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