राजन सिंह उईकी – मध्य प्रदेश के गोंड कलाकार

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राजन सिंह उईकी ने रमेश टेकम से चित्रकारी सीखी जो पतनगढ़ गांव से ही हैं। वर्तमान में, राजन भोपाल में बी ए की पढ़ाई कर रहे हैं और डिग्री प्राप्‍त कर लेने पर किसी दफ्तर में कार्य करने के लिए कृत संकल्‍प हैं। किंतु वह अपनी चित्रकारी जारी रखेंगे। राजन सिंह उईकी का पसंदीदा रंग विन्‍यास काला और उजला है। उनके द्वारा कागज़ पर बनाए गए चित्रों में कई तरह के रहस्य हैं।

उनका आकर्षण साँपों के प्रति विशेष रहा है और वह यह मानते हैं कि उन्‍हें अन्‍यायपूर्ण ढंग से शहरों में लोगों द्वारा डराया जाता है और उनके साथ क्रूरतापूर्वक व्‍यवहार किया जाता है। राजन मानते हैं कि सांप अधिक नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और हमने ही उन्‍हें अपने शत्रु बनाया है। गांवों में सांप तथा मनुष्‍य एक साथ रहते हैं। राजन सिंह की स्‍याही के चित्र सांपों विशेषकर महादेव शंकरदेव के बारे में कहानियां सुनाते हैं जो हमेशा अपने कंधे पर सांप धारण करते हैं।

पतनगढ़ राजन सिंह के दिल की गइराई में रहता है और अपने चित्रों के माध्‍यम से वह अपने गांव से जुड़े रहते हैं। जब वह छोटे थे तो बाकी बच्चों की तरह वह जानवर चराने के लिए जाते थे और उसी समय अपनी पढ़ाई पूरी कर किसी दफ्तर में काम करने का सपना भी देखा करते थे। आज राजन सिंह उईकी अपने चित्रों के माध्‍यम से नगर के जीवन के खर्चों को पूरा करने में समर्थ हैं और महसूस करते हैं कि वह अपनी कला के प्रति अत्‍यधिक ऋणी हैं।